एक अक्षयपात्र खोजा जाये
जहाँ दिखाई दे सड़क पर
बच्चा कोई भीख माँगता
वो पात्र उसे थमा दिया जाये
भर पेट खाए, पात्र लौटाए
लेकिन घर में बैठें होंगे
बूढ़े, लाचार दादी बाबा
भाई बहन जो अभी हैं छोटे
उनका पेट भरेगा कैसे
क्या हजारों लाखों अक्षयपात्र खोजें
या फिर सबको इतना सक्षम बनाएँ
अपना अक्षयपात्र वो स्वयं तराशें
अपने हाथों से
अपनी मेहनत से
अपने विवेक से
चलो, सबको शिक्षित बनाएँ
जहाँ दिखाई दे सड़क पर
बच्चा कोई भीख माँगता
वो पात्र उसे थमा दिया जाये
भर पेट खाए, पात्र लौटाए
लेकिन घर में बैठें होंगे
बूढ़े, लाचार दादी बाबा
भाई बहन जो अभी हैं छोटे
उनका पेट भरेगा कैसे
क्या हजारों लाखों अक्षयपात्र खोजें
या फिर सबको इतना सक्षम बनाएँ
अपना अक्षयपात्र वो स्वयं तराशें
अपने हाथों से
अपनी मेहनत से
अपने विवेक से
चलो, सबको शिक्षित बनाएँ
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