आँखों में नींद ही नहीं उतरी रात भर
physics के प्रशन पत्र जो हावी थे
सूरज के उगते ही मेज़ पर आ बैठे
किताबें हावी थीं भोर की शीतलता पर
भूले फूल चढ़ाना और धूप जलाना
इम्तेहान बच्चों के, सुकून माँ को कहाँ
physics के प्रशन पत्र जो हावी थे
सूरज के उगते ही मेज़ पर आ बैठे
किताबें हावी थीं भोर की शीतलता पर
भूले फूल चढ़ाना और धूप जलाना
इम्तेहान बच्चों के, सुकून माँ को कहाँ
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