फूलों से महकती
काँटों से रहित
किसकी है मुन्तज़िर
झोंका ठंडी हवा का
कोमल स्पर्श बादल का
पायल की छुन छुन
दीवाने दिल की छड़कन
निराश राही का पड़ाव
दिल से निकली दुआ
कहीं ऐसा तो नहीं
इस राह को भूल चुकी है दुनिया
(priya)
काँटों से रहित
किसकी है मुन्तज़िर
झोंका ठंडी हवा का
कोमल स्पर्श बादल का
पायल की छुन छुन
दीवाने दिल की छड़कन
निराश राही का पड़ाव
दिल से निकली दुआ
कहीं ऐसा तो नहीं
इस राह को भूल चुकी है दुनिया
(priya)
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